Home धर्म आचार्य श्री ने श्रावको को ढहरने के स्थान पर जोर दिया है...

आचार्य श्री ने श्रावको को ढहरने के स्थान पर जोर दिया है –विजय धुर्रा

0
  • थूवोनजी में जगत कल्याण के लिए हुईं शान्ति धारा 
  • दक्षिण भारत में तीर्थो के जीर्णोद्धार की आवश्यकता –अतुल बड़जात्या
अशोक नगर (विश्व परिवार)। उत्तर भारत के तीर्थ आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज एवं मुनिपुगंवश्री सुधासागरजी महाराज की छत्रछाया में पल्लवित ही नहीं पुष्पित हो रहें हैं यहां के जिनालयों के साथ तीर्थ क्षेत्रो को हरा-भरा करने के साथ ही तीर्थ यात्रियों को भी सभी तरह की सुविधाएं मिल रही है जवकि आज दक्षिण भारत में तीर्थो पर इन सुविधाओं का अभाव सा वना हुआ है ऐसे में आचार्य श्री ने उत्तर भारत की तरह ही दक्षिण भारत में तीर्थो को विकसित करने की प्रेरणा दी वर्धमान कमेटी दक्षिण में इसी मिशन पर काम कर रही है आज जव दर्शनोदय तीर्थ थूवोनजी को देखा तो सपना सा लग रहा था क्या ये वही थूवोनजी जी है जहां आचार्य श्री ने चातुर्मास किया था आप लोग बहुत काम कर रहे हैं उक्त आश्य केउद्गार दिल्ली से पधारे वर्धमान कमेटी दिल्ली अतुल बड़जात्या ने व्यक्त किए।
  • आचार्य श्री की प्रेरणा पा कमेटी कार्य कर रही है
इसके पहले मध्य प्रदेश महासभा संयोजक विजय धुर्रा ने कहा कि दर्शनोदय कमेटी नेमावर तीर्थ पहुंच कर आचार्य श्री से थूवोनजी पधारने का निवेदन कर रही थी तो आचार्य श्री ने कहा कि वहां श्रावको के लिए आवास कहा है तव कमेटी के अध्यक्ष अशोक जैन टींगू मिल महामंत्री विपिन सिंघाई ने कमेटी के साथ पचास अतिरिक्त कक्षा निर्माण करने का अपना संकल्प व्यक्त किया जिस पर निर्माण मंत्री विनोद मोदी के नेतृत्व में बहुत तेजी से कार्य हो रहा है महामंत्री विपिन सिंघई ने कहा कि हम तीर्थ क्षेत्र को हरा-भरा करने के साथ ही सभी सुविधाओं के साथ ऐ सी कमरों पर फोकस कर रहे हैं।
  • थूवोनजी में बहुत काम हो रहा है
प्रदीप कुमार दिल्ली ने कहा कि आप लोगों ने थूवोनजी में बहुत काम किया है और हम सब यहां आपके काम को सुनकर ही यहां आये है कुछ धर्मशालाऐ ऐसी ही हम दक्षिण भारत के तीर्थ क्षेत्रो पर वनाना चाहते हैं सभी तीर्थ क्षेत्रो पर भ्रमण के बाद लग रहा है कि जहां जहां मुनि पुंगव श्रीसुधासागरजी महाराज के चरण पड़े वे तीर्थ क्षेत्र यात्रियों से भरे पड़े हैं यहां हर प्रकार की सुविधाएं विकसित हो रही हैं
*महाभिषेक के साथ की विश्व शांति के लिए महा धारा*
इसके पहले मंगलाष्टक के साथ सम्पूर्ण विधि कर थूवोनजी के खड़े बाबा भगवान आदिनाथ स्वामी का एक सौ आठ कलशो से महा भिषेक किया गया इसके बाद जगत कल्याण की कामना के लिए महा शान्ति धारा की गई
शांतिधारा करने का सौभाग्य सौधर्म इन्द्र वनकर महेंद्र कुमार शैलेंद्र कुमार पारस गोल्डन  अशोकनगर इसान इन्द्र  प्रदीप जैन, सुशील जैन दिल्ली अतुल बड़जात्या दिल्ली सनत इन्द्र  निर्मल कुमार  गौरव कुमार पहाड़िया  अजमेर महेंद्र इन्द्र अभिषेक कुमार अंकित कुमार ( गोलू) सागर सह इन्द्र अभय कुमार जी, तेजकुमार  सेठी परिवार अजमेर ने वनकर जगत कल्याण की कामना के लिए महा शान्ति धारा की इस दौरान अतिथियों को खड़े बाबा का चित्र रजत कलश माला पहनाकर सम्मानित किया गया।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here