नई दिल्ली
टीम इंडिया के सामने बॉक्सिंग डे टेस्ट मैच को जीतने के लिए 330 से ज्यादा रनों का लक्ष्य होगा, क्योंकि चौथे दिन के खेल के बाद ऑस्ट्रेलिया के पास 333 रनों की बढ़त है। हालांकि, टीम इंडिया के लिए 330 से ज्यादा रनों का टारगेट चेज करना कोई नई बात नहीं होगी। टीम इंडिया तीन बार 320 से ज्यादा का टारगेट टेस्ट क्रिकेट में चेज कर चुकी है। यहां तक कि पिछली बार ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ही 328 रनों का टारगेट ब्रिसबेन में भारत ने 2021 में चेज किया था। ऑस्ट्रेलिया की आखिरी जोड़ी ने भारत को काफी परेशान किया, जो करीब 18 ओवर आखिरी सेशन में खेल गए। नाथन लियोन और स्कॉट बोलैंड के बीच अर्धशतकीय साझेदारी भी हो चुकी है।
इस मुकाबले की बात करें तो ऑस्ट्रेलिया की टीम के कप्तान पैट कमिंस ने टॉस जीतकर बल्लेबाजी चुनी थी। ऑस्ट्रेलिया के लिए पहली पारी में स्टीव स्मिथ ने शतक जड़ा था, जबकि सैम कोंस्टास, उस्मान ख्वाजा और मार्नस लाबुशेन ने अर्धशतक जड़े थे। ऑस्ट्रेलिया ने कुल 474 रन पहली पारी में बनाए। जसप्रीत बुमराह ने चार विकेट निकाले थे। भारतीय टीम पहली पारी में थोड़ी बहुत लड़खड़ाई, लेकिन नितीश रेड्डी के शतक से टीम 369 रनों तक पहुंचने में सफल रही। यशस्वी जायसवाल और वॉशिंगटन सुंदर ने अर्धशतक जड़े थे।
वहीं, ऑस्ट्रेलिया ने दूसरी पारी में बल्लेबाजी की और चौथे दिन 9 विकेट खोकर 228 रन बना लिए। आखिरी जोड़ी अभी भी नाबाद है। पांचवें दिन वे बल्लेबाजी करेंगे। इसके बाद भारत को लक्ष्य मिलेगा। ऑस्ट्रेलिया के लिए इस पारी में मार्नस लाबुशेन ने अर्धशतक जड़ा, जबकि 41 रनों की पारी कप्तान पैट कमिंस ने खेली। जसप्रीत बुमराह ने फिर से 4 विकेट निकाले और 3 विकेट मोहम्मद सिराज ने निकाले। ऑस्ट्रेलिया का दूसरी पारी में आखिरी विकेट निकालने के लिए काफी मेहनत करनी पड़ी।
आपकी जानकारी के लिए बता दें, टीम इंडिया ने तीन बार 300 से ज्यादा का टारगेट चौथी पारी में चेज किया हुआ है। इनमें से दो बार भारत ने विदेशी सरजमीं पर ये कमाल किया है। एक बार भारत ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ये कारनाम कर चुका है। इंडिया की टेस्ट में सबसे बड़ी रन चेज 403 रन (वेस्टइंडीज के खिलाफ 1976), 387 रन (बनाम इंग्लैंड 2009) और 328 (ब्रिसबेन में 2021 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ) के अलावा 276 रनों (दिल्ली में वेस्टइंडीज के खिलाफ 2011) की रही है।