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कर्ज माफ करने और एमएसपी की लीगल गारंटी की मांग के लिए किसानों ने फिर से मोर्चा थामा

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अंबाला/नई दिल्ली
कर्ज माफ करने और एमएसपी की लीगल गारंटी की मांग के लिए किसानों ने फिर से मोर्चा थाम लिया है। किसान संगठनों ने आज से दिल्ली कूच का ऐलान किया था, जिसे देखते हुए अंबाला के शंभू बॉर्डर पर बड़ी संख्या में हरियाणा सरकार ने सुरक्षा बलों की तैनाती की है। यही नहीं हालात ऐसे हैं कि दिल्ली पुलिस भी अलर्ट पर है और शंभू बॉर्डर के हालातों पर नजर बनाए हुए हैं। दिल्ली पुलिस के अधिकारियों का कहना है कि हम बॉर्डर पर अलर्ट हैं। यदि आंदोलनकारी वहां से निकले तो फिर यहां सीमा पर ही रोकने के लिए उन्हें पूरे इंतजाम किए गए हैं।

फिलहाल शंभू बॉर्डर पर बड़ी संख्या में पुलिस और अन्य सुरक्षा बलों को तैनात किया गया है। यह बॉर्डर पहले ही बीते कई महीनों से बंद है और इसके चलते रूट भी डायवर्ट करना पड़ा है। इस साल फरवरी से ही यहां किसान संगठनों और पुलिस के बीच मोर्चेबंदी की स्थिति बनी हुई है। यहां पर पुलिस ने बैरिकेडिंग की है और कंटीले तार भी लगाए गए हैं ताकि किसान उसे पार करके हरियाणा की सीमा में दाखिल न हो सकें। वहां पर पानी की बैछारों और बड़े-बड़े पत्थर वाली बैरिकेडिंग्स की भी व्यवस्था की गई है।

अंबाला रेंज के आईजी सिबाश कबिराज और एसपी सुरिंदर सिंह भोरिया ने एक बार फिर से शंभू बॉर्डर पहुंचकर तैयारियों का जायजा लिया है। भोरिया ने कहा कि हमने किसानों को रोकने के लिए पूरे इंतजाम किए हैं। हम उनसे अपील कर रहे हैं कि कानून व्यवस्था को बनाए रखा जाए। हमारा साफ कहना है कि यदि आप दिल्ली पुलिस से मार्च की परमिशन ले लें तो फिर जाने दिया जाएगा। बता दें कि किसान संगठनों ने ऐलान किया था कि वे 6 दिसंबर से संसद चलो मार्च निकालेंगे। इसके तहत वे दिल्ली पहुंचकर संसद का घेराव करना चाहते हैं।

किसान अंबाला में, फिर भी क्यों अलर्ट पर है दिल्ली की पुलिस
दिल्ली पुलिस ने पंजाब के किसान संगठनों के ऐलान के मद्देनजर बॉर्डर पर पहले ही अलर्ट जारी कर रखा है। दिल्ली पुलिस के एक सीनियर अधिकारी ने कहा कि सीमा चौकियों पर सुरक्षा टाइट है। सिंघू बॉर्डर पर अच्छी संख्या में बल तैनात है। पंजाब और हरियाणा बॉर्डर के हालात को देखते हुए सुरक्षा में इजाफा भी किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि यदि किसान दिल्ली की ओर बढ़े तो इंतजाम बढ़ाए जा सकते हैं और इससे ट्रैफिक भी प्रभावित होगा। यही नहीं दिल्ली पुलिस की नजर नोएडा बॉर्डर पर भी है क्योंकि यूपी के किसान संगठनों ने भी इसी सप्ताह प्रदर्शन किया था और बड़ी मुश्किल से माने थे।